- वर्तमान परिदृश्य
- 21 जनवरी‚ 2020 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने जोगबनी-बिराटनगर सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट का उद्घाटन किया।
- दोनों प्रधानमंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसमें शिरकत की।
- पृष्ठभूमि
- वर्ष 2005 में भारत और नेपाल ने सीमा पर चार एकीकृत चेक पोस्ट के निर्माण के लिए एक समझौता-ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया था।
- इसके पहले चरण रक्सौल-बीरगंज के साथ जोगबनी-बिराटनगर सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट का निर्माण किया गया।
- जोगबनी-बिराटनगर चेक पोस्ट
- जोगबनी-बिराटनगर भारत और नेपाल के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापार केंद्र है।
- यह भारत-नेपाल सीमा पर दूसरा एकीकृत चेक पोस्ट है।
- यह एकीकृत चेक पोस्ट भारत-नेपाल सीमा पर लोगों के आवागमन और व्यावसायिक सुविधाओं के लिए भारत के सहयोग से बनाया गया है।
- यह अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।
- यह सीमा शुल्क‚ आव्रजन‚ अस्पताल‚ बैंक‚ वेयरहाउस‚ कानूनी सहायता‚ पार्किंग आदि से सुसज्जित है‚ जो व्यापार और लोगों के आवागमन के लिए आवश्यक है।
- इस चेक पोस्ट को अग्रवाल इंफ्राकॉन लि. द्वारा 2.1 बिलियन रु. की लागत से बनाया गया है।
- यह लगभग 186 एकड़ में फैला है।
- रक्सौल-बीरगंज पहली एकीकृत चेक पोस्ट
- यह भारत और नेपाल के बीच पहली एकीकृत चेक पोस्ट है।
- इसकी नींव तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम ने वर्ष 2010 में रखी थी।
- वर्ष 2016 में इसका निर्माण कार्य पूरा हुआ और इसे प्रयोग करना शुरू किया गया।
- यह लगभग 216 एकड़ में फैला है।
- यह भी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।
- इसका उद्घाटन नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली की भारत यात्रा के दौरान 7 अप्रैल‚ 2018 को संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए किया गया।
- इसकी निर्माण लागत 1.39 बिलियन रु. भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया।
- महत्वपूर्ण तथ्य
- जोगबनी-बिराटनगर एकीकृत चेक पोस्ट के उद्घाटन अवसर पर आवासीय पुनर्निर्माण परियोजनाओं की प्रगति का अवलोकन किया गया।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में नेपाल में आए भूकंप से हुई क्षति से राहत प्रदान करने के लिए भारत ने नेपाल के गोरखा और नुवाकोट जिलों में 50,000 मकान बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी।
- इसमें से 40,000 मकानों का निर्माण पूरा हो चुका है।
- नेपाल के प्रधानमंत्री ने भारत के प्रयासों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
- अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- भारत रोड‚ रेल और ट्रांसमिशन लाइनों के माध्यम से क्रॉस कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है।
- सितंबर‚ 2019 में भारत और नेपाल के बीच सीमा पार व्यावसायिक तेल पाइपलाइन का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने किया था।
- 69 किमी. लंबी इस पाइपलाइन द्वारा ईंधन बिहार के बरौनी से नेपाल के अमलेखगंज पहुंचाया जाएगा।
- इस परियोजना के लिए वर्ष 2015 में दोनों देशों की सरकारों ने समझौता किया था।
- इसका निर्माण अप्रैल‚ 2018 में शुरू किया गया।
भारत-नेपाल सीमा पर दूसरे एकीकृत चेक पोस्ट का उद्घाटन